केंद्र सरकार ओर राज्य सरकारों द्वारा समय-समय पर अनेक प्रकार की योजनाओं का आर्थिक लाभ दिया जाता है। लेकिन आज-कल यह नाम DBT(डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) तकनीक के माध्यम से दिया जाता है तो ऐसे में dbt enable kaise kare ताकि आपको आपके बैंक अकाउंट में सीधा पैसा मिल सके।
Direct Benefit Transfer जिसे DBT के नाम से भी जाना जाता है। तो किस प्रकार से आप डीबीटी और अपने आधार कार्ड को एनपीसीआई से लिंक करके किसी भी योजनाओं तथा स्कॉलरशिप के द्वारा आपको कोई धनराशि मिलेगी तो वह किस प्रकार से सीधे ही आपके बैंक अकाउंट में आ जाएगी तो आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
Table of Contents
- 1 DBT enable kaise kare
- 2 Responsibility of NPCI
- 3 FAQ
- 3.1 Q. DBT enable कैसे करें?
- 3.2 Q. पीएम किसान में डीबीटी क्या है?
- 3.3 Q. क्या हम डीबीटी बैंक अकाउंट बदल सकते हैं?
- 3.4 Q. डीबीटी गवर्नमेंट पेमेंट क्या है?
- 3.5 Q. डीबीटी भुगतान की स्थिति की जांच कैसे करें?
- 3.6 Q. डीबीटी का उपयोग ज्यादातर किस लिए किया जाता है?
- 3.7 Q. एनपीसीआई का उपयोग क्या है?
- 3.8 Q. आधार सीडिंग फॉर्म क्या है?
- 3.9 Q. आधार सीडिंग में कितना समय लगता है?
- 3.10 Q. मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरा आधार एनपीसीआई से जुड़ा है?
- 4 निष्कर्ष
DBT enable kaise kare
डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर यानी कि डीबीटी को अपने बैंक अकाउंट के लिए अनेबल करने के लिए आपको अपने आधार कार्ड को NPCI के सर्वर से लिंक करना होगा इसके बाद आपके अकाउंट से डीबीटी enable हो जाएगा।
डीपीटी अनेबल होते ही किसी भी सरकारी योजना या स्कॉलरशिप में आप फॉर्म भरते हैं और अपना आधार कार्ड नंबर यहां पर देते हैं तो जो भी योजनाओं का लाभ होगा वह सीधे आपके बैंक अकाउंट में आ जाएगा यानी कि आधार कार्ड आपके जिस बैंक अकाउंट से लिंक होगा उसके अंदर पैसे भेज दिए जाएंगे।
इससे यह फायदा है कि आपको अलग से अकाउंट नंबर की जानकारी भरने की जरूरत नहीं होगी तो और सिर्फ आधार कार्ड नंबर से ही ट्रांजैक्शन हो जाएगा। इस तकनीक के कारण आपके साथ किसी प्रकार का फ्रॉड नहीं होगा। और आपके हक का पैसा आपको आपके खाते में मिल जायेगा।
डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर enable करने के लिए आपको आधार सीडिंग करवाना होगा इसका प्रोसेस कुछ इस प्रकार से है
STEP 1: इसके लिए सबसे पहले आपको अपने बैंक की ब्रांच में जाना है, जहां आपने आपका बैंक अकाउंट खुला रखा है और यहां पर आपको npci mapping का फॉर्म भरना है जिसका लिंक आपको नीचे लास्ट में दिया गया है।
STEP 2: जैसे ही आप इस फॉर्म को भर के बैंक काउंटर पर आवश्यक डॉक्यूमेंट जैसे आधार कार्ड के साथ जमा करवाएंगे जिस पर आप का सिग्नेचर क्या हुआ होगा बैंक अधिकारियों के द्वारा इस फॉर्म को वेरीफाई किया जाएगा।
STEP 3: सभी डिटेल्स वेरीफाई होने के बाद आपका आधार कार्ड बैंक अकाउंट एनपीसीआई के सर्वर के साथ लिंक कर दिया जाएगा।
STEP 4: जब NPCI मेपिंग की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी तो आपके आधार कार्ड पर direct benefit transfer यानिकी dbt का फीचर इनेबल हो जाएगा।
Responsibility of NPCI
- आधार सीडिंग एक ऐसा प्लेटफार्म में जो एनपीसीआई के द्वारा उपलब्ध कराया जाता है जिसके माध्यम से बैंक कस्टमर की रिक्वेस्ट के आधार पर आधार नंबर को अपडेट और रिमूव कर सकते हैं।
- Mapper से आधार नंबर को अपडेट या रिमूव करने की परमिशन सिर्फ बैंक के पास होती है।
- National payment corporation of India यानी कि npci किसी भी कस्टमर का आधार नंबर मैपर रिकॉर्ड के अंदर अपडेट नहीं कर सकता है।
- यदि कोई ग्राहक एनपीसीआई के पास किसी प्रकार की शिकायत होकर आता है तो ऐसे में एनपीसीआई संबंधित बैंक से बात करके आपकी समस्या का समाधान निकाल सकता है। और आवश्यक एक्शन भी लिया जा सकता है।
FAQ
Q. DBT enable कैसे करें?
Ans: डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर(dbt) को अपने बैंक अकाउंट के लिए enable करने के लिए आपको अपने आधार कार्ड को NPCI के सर्वर से लिंक करना होगा इसके बाद आपके अकाउंट से dbt enable हो जाएगा।
Q. पीएम किसान में डीबीटी क्या है?
Ans: प्रधानमंत्री किसान योजना के अंदर डीबीटी का उपयोग किसानों के आधार कार्ड से जुड़े बैंक अकाउंट में किसानों को आर्थिक मदद के लिए दी जाने वाली धनराशि की किस्त ट्रांसफर की जाती है।
Q. क्या हम डीबीटी बैंक अकाउंट बदल सकते हैं?
Ans: यदि आप अपना डीबीटी बैंक अकाउंट बदलवा ना चाहते हैं तो इसके लिए आप अपने बैंक की नजदीकी ब्रांच में जाकर बैंक मैनेजर से बात करके अपना डीवीटी खाता बदलवा सकते हैं।
Q. डीबीटी गवर्नमेंट पेमेंट क्या है?
Ans: डीबीटी का उपयोग सामान्यतः लाभार्थी के बैंक अकाउंट में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के लिए उपयोग किया जाता है।
Q. डीबीटी भुगतान की स्थिति की जांच कैसे करें?
Ans: यदि आपको डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर किए गए भुगतान का स्टेटस चेक करना है तो इसके लिए आप अपने बैंक के मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से नेट बैंकिंग के माध्यम से डीबीटी भुगतान का स्टेटस चेक कर सकते हैं या आप अपनी बैंक पासबुक मैं एंट्री करवा कर के भी इसका पता लगा सकते हैं।
Q. डीबीटी का उपयोग ज्यादातर किस लिए किया जाता है?
Ans: डीबीपी यानी कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर का उपयोग सामान्यतः अधिकतर सरकारी योजनाओं और स्कॉलरशिप का लाभ सीधा आधार कार्ड के माध्यम से बैंक अकाउंट में देने के लिए उपयोग किया जाता है।
Q. एनपीसीआई का उपयोग क्या है?
Ans: भारत के अंदर रिटेल पेमेंट और पेमेंट सेटेलमेंट सिस्टम को संभालने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक एसोसिएशन के द्वारा नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया एंड की एनपीसीआई को बनाया गया।
Q. आधार सीडिंग फॉर्म क्या है?
Ans: यह एक एप्लीकेशन फॉर्म है जिसका उपयोग आधार नंबर को एनपीसीआई के सर्वर से लिंक करने के लिए उपयोग किया जाता है ताकि आपके आधार कार्ड में डीवीटी यानी कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर का फीचर एनेबल हो सके।
Q. आधार सीडिंग में कितना समय लगता है?
Ans: आधार सीडिंग में कितना समय लगता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि जब आप एनपीसीआई मेपिंग का फॉर्म भर कर के अपने बैंक में जमा कराते हो और संबंधित अधिकारी से वेरीफाई कराने के बाद जब सिस्टम के अंदर आपकी आधार कार्ड नंबर को एनपीसीआई सरवर से लिंक करते ही आप के आधार कार्ड में dbt enable हो जाएगा
Q. मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरा आधार एनपीसीआई से जुड़ा है?
Ans: यदि आपको यह पता करना है कि आपका आधार नंबर एनपीसीआई सरवर से लिंक है या नहीं तो इसके लिए आप https://resident.uidai.gov.in/bank-mapper इस वेबसाइट पर जा करके अपना आधार नंबर एंटर करके पता लगा सकते हैं कि एनपीसीआई से आपका आधार नंबर लिंक है या नहीं।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको बताया कि आप किस प्रकार से अपने खाते के लिए dbt enable kaise kare इसके बारे में हमने आपको विस्तार से सभी जानकारी देने का पूरा प्रयास किया जिसमें हमने स्टेप बाय स्टेप करके सभी स्टेटस को स्क्रीनशॉट के माध्यम से आपको समझाया ताकि आप आसानी से डीबीटी को अनेबल कर पाए।
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