एक गांव में एक किसान रहता था वह बहुत मेहनती था और दिन भर खेतों में काम करता और शाम को घर आता। एक दिन उसने शाम को खाना खाते हुए सोचा कि मैं इतनी मेहनत करता हूं फिर भी मैं इतना गरीब हूं और रोज मेरे को सिर्फ साधारण खाना खाने को मिलता है।
और कुछ लोग जो मेरे से कम मेहनत करते हैं वह भी अपनी अच्छी जिंदगी जी रहे हैं और अच्छा खाना खाते हैं यह बात कह कर रहे गुस्से में घर से बाहर निकलता है। और अपने खेत की ओर चला जाता है।
तभी अचानक वह अपने खेत में चमकती हुई रोशनी देखता है, और वह जल्दी से दौड़कर अपने खेत में जाता है। वहां उसे एक जिन्न मिलता है जो उसके खेत में लगी बैरिया खा रहा था जो कि उसे बहुत पसंद थी।
किसान उसे अपने खेत से जाने के लिए कहता है लेकिन जिन्न कहता है कि मुझे यह बेर बहुत पसंद है, मुझे यह बेर खाने दोगे तुम्हें तुम्हें कुछ दूंगा।
इतने में जिन 3 जादुई छडिया निकालता है, जिसमें से एक छड़ी छोटी होती हैं दूसरी बड़ी होती हैं और तीसरी काले रंग की होती हैं।
वह किसान को कहता है कि इन तीनों में से तुम किसी की छड़ी को ले सकते हैं लेकिन काली वाली को मत लेना किसान छोटी वाली छड़ी को उठाता है। और अपने घर पर ले कर आ जाता है।
उस जादुई छड़ी को किसान अपने कमरे में रख कर सो जाता है और जब वह सुबह उठता है तो उसका घर एकदम नया सा बन जाता है और वह एक सामान्य किशन से एक अमीर आदमी बन जाता है।
लेकिन किसान के मन में लालच आता है ओर वह अपने मन में सोचता हैं कि अगर मैंने बड़ी वाली छड़ी उठाई होती तो शायद उससे में और भी ज्यादा अमीर बन सकता था।
यही सोच कर मैं फिर से जिन्न के पास जाता है। और जिन से बड़ी वाली छड़ी की मांग करते हैं। तभी जिन उस किसान को सोच निकालकर बोलता है कि इन दोनों में से ही तुम एक छड़ी को ले लो लेकिन काली वाली छोटी को मत लेना। बड़ी वाली छवि को लेकर घर आ जाता है।
और उस बड़ी वाली छड़ी को अपने कमरे में रख सो जाता है और जब वह सुबह उठता है तो वह और भी अधिक धनवान हो जाता है उसके पास बहुत सारे हीरे जवाहरात आ जाते हैं।
तभी किसान के मन में थोड़ा और लालच आता है और वह सोचता है कि अगर मुझे वह काली वाली छड़ी भी मिल जाए तो मैं शायद दुनिया का सबसे अमीर आदमी बन जाऊंगा।
किसान फिर से जिन्न के पास जाता है। और कहता है कि अगर तुम्हें मेरे खेत से बेर खाने हैं तो तुम्हें मुझे एक काली वाली छड़ी भी देनी होगी। जिन उसे समझाता है कि तुम काली छड़ी मत लो, शान नहीं मानता है और अंत में वह जिन से काली छड़ी लेकर घर आकर सो जाता है। उम्मीद नहीं थी रहे सुबह उठेगा तब दुनिया का सबसे अमीर इंसान बन चुका होगा।
लेकिन जब किसान सुबह उठता है तो उसे एक काला रंग का संदूक दिखाई देता है और जब वह उस संदूक को बोलता है तो उसमें से बदबूदार धुआं निकलता है। और तभी अचानक उसकी सारी धन दौलत कचरे में बदल जाती हैं और फिर से रहे गरीब किसान बन जाता है।
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें लालच कभी नहीं करनी चाहिए क्योंकि लालच का फल हमेशा बुरा ही होता है जो इंसान को कहीं का नहीं छोड़ा।